BSE के शेयरों में शुक्रवार को बड़ी गिरावट देखी गई, जहां शेयर 6% तक लुढ़क गए और ₹2,823.10 के इंट्रा-डे लो पर पहुंच गए। इस गिरावट की मुख्य वजह है कि National Stock Exchange (NSE) ने BSE को Additional Surveillance Measures (ASM) फ्रेमवर्क के अंतर्गत डाल दिया है।
ASM Framework का मतलब क्या है?
ASM फ्रेमवर्क को SEBI और स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा बाजार में पारदर्शिता और स्थिरता बनाए रखने के लिए लागू किया जाता है। यह उन शेयरों पर निगरानी बढ़ाने का तरीका है जिनमें अत्यधिक उतार-चढ़ाव या सट्टा गतिविधियां देखी जाती हैं। BSE को इस फ्रेमवर्क की Long-Term Category में रखा गया है।
ASM लिस्ट में शामिल होने के बाद उस स्टॉक पर कुछ पाबंदियां लागू हो जाती हैं जैसे कि शेयर को गिरवी रखकर लोन नहीं लिया जा सकता, उस पर मार्जिन नहीं दिया जाता, और इसकी कोलेटरल वैल्यू भी कम मानी जाती है। इससे निवेशकों की सक्रियता घट सकती है, जिससे शेयर की डिमांड और प्राइस दोनों पर असर पड़ता है।
किन-किन कंपनियों को ASM में रखा गया है?
BSE के अलावा Data Patterns, Cochin Shipyard, Senco Gold और Paras Defence जैसी कंपनियों को भी ASM फ्रेमवर्क में डाला गया है। ये सभी स्टॉक्स हाल ही में भारी ट्रेडिंग वॉल्यूम और असामान्य प्राइस मूवमेंट के चलते रडार पर आए हैं।
Q4 FY25 में BSE का तगड़ा मुनाफा
हालांकि शेयर की गिरावट हुई है, लेकिन कंपनी के वित्तीय नतीजे बेहद मजबूत रहे हैं। FY25 की चौथी तिमाही में BSE ने ₹494 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल के ₹107 करोड़ के मुकाबले 361.7% की वृद्धि है। रेवेन्यू भी 75% बढ़कर ₹846.6 करोड़ पर पहुंच गया।
BSE Share Price का परफॉर्मेंस कैसा रहा है?
हालिया गिरावट के बावजूद BSE Share Price ने पिछले एक साल में जबरदस्त रिटर्न दिया है। बीते एक महीने में शेयर ने 25% और छह महीने में 57% का रिटर्न दिया है। एक साल की अवधि में यह शेयर 225% तक चढ़ चुका है।
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